दिल्ली

अयोध्या में रामदरबार का सिंहासन बनकर तैयार :सफेद पत्थर से बना गर्भगृह

दिल्ली। उत्तरप्रदेश के अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर के अलावा 14 और मंदिर बन रहे हैं। इनमें मूर्तियों की स्थापना के लिए शुभ तिथि 30 अप्रैल अक्षय तृतीया और प्राण प्रतिष्ठा 5 जून गंगा दशहरा को तय की गई है। इस पर ट्रस्ट की मुहर लगना बाकी है।

रामनवमी से पहले ट्रस्ट ने राम मंदिर की भव्य 8 नई तस्वीरें जारी की हैं। इसमें फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार की स्थापना के लिए सफेद संगमरमर का सिंहासन बनकर तैयार हो गया है। ग्राउंड फ्लोर की ही तरह फर्स्ट फ्लोर पर सिंहासन बनाया गया है। गर्भगृह में भव्य नक्काशी की गई है। सामने मंडपम बनाया गया है। इसके खंभों में भी नक्काशी की गई है, जिसे जयपुर के पिंक सैंड स्टोन से बनाया गया है।

राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार की स्थापना की जानी है, जबकि परकोटे में 6 मंदिर बन रहे हैं। इनमें भगवान सूर्य, गणेश, हनुमान, शिव, माता भगवती और माता अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, सप्त मंडपम में 7 मंदिर बन रहे हैं। इनमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषादराज, अहिल्या और शबरी की मूर्ति स्थापित होंगी। राम दरबार की सभी मूर्तियां राजस्थान के जयपुर में तैयार हो रही हैं। 30 अप्रैल से पहले सभी मूर्तियां यहां पहुंचने की संभावना है।

ट्रस्ट में हुई बैठक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोमवार देर शाम को ज्योतिषाचार्यों के साथ मूर्तियों की स्थापना, प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त और तिथि पर कारसेवक पुरम में बैठक की। ज्योतिषाचार्यों के साथ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और निर्माण प्रभारी गोपाल राव भी मौजूद रहे। तय हुआ कि मूर्तियों की स्थापना अक्षय तृतीया (30 अप्रैल और प्राण प्रतिष्ठा गंगा दशहरा 5 जून की तिथि सबसे अच्छी मानी गई है। प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त को लेकर ट्रस्ट अंतिम मुहर लगाएगा।

मंदिरों का निर्माण कार्य शतप्रतिशत पूर्ण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट न्यास की बैठक के बाद महासचिव चंपत राय ने बताया- मंदिर निर्माण का काम 96 प्रतिशत पूरा हो गया है। जून के पहले हफ्ते यह पूरा हो जाएगा। सप्त ऋषि मंदिरों में भी इतना ही काम हो चुका है। मई के आखिरी सप्ताह तक यह भी तैयार हो जाएगा। शेषावतार मंदिर में 40 प्रतिशत काम हुआ है।

उन्होंने बताया- संत तुलसीदास मंदिर बन चुका है। प्रतिमा स्थापित हो चुकी है। रामनवमी को मानस जयंती पर लोकार्पण के बाद श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। बाकी मंदिरों में अक्षय तृतीया पर मूर्ति स्थापना की योजना है। चढ़ावे में रामलला को 944 किलो चांदी मिली है। इसे सिल्लियों का रूप देकर बैंक लॉकर में रखवाया जाएगा।

BABU RAO

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